दोस्तों सबसे बडी खबर तालिबान और अफगानी सेना के बिच हो रही जंग को लेकर सुनने को मिली, जी हा दोस्तों अब तक तो हम सब यही सोच रहे थे की भारत सिर्फ हाथ पे हाथ धरा बैठा है, ना ही हमारी तरफ से अफगान को लेकर कुछ मदद की जा रही है, और नाही हमारी सेना वहा भेजी गयी, लेकिन अब जो तालिबान की और से ऑफिसियल बयान आया, उसे सुन आपको भी यकीन नहीं होगा, की भारत कैसे बिना दिखावा किये उसके मित्र देशों की और से मदद करता है, दरअसल इंडियन डिफेंस न्यूज़ वेबसाइट की और से कहा, की तालिबान ने खुद ये माना की भारत चोरीछिपे अफगानी सेना की मदद कर हमपर बम बरसा रहा है,
वैसे इस बात की पुष्टि तब हुई, जब शनिवार को तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा, की बीते कई दिनों से अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत के लश्करगाह में, अफगानी सुरक्षा बल और तालिबान के बिच जमकर लढाई जारी है, अब तक इस इलाके में सिर्फ गोलोबरी ही आवाजे सुनाई दी थी, लेकिन कल श्याम यहाँ अचानक से बड़े बम धमाके देखने मिले, पेहले तो पता नहीं चला की यहाँ क्या हुआ, लेकिन बाद में जाचपडताल करने बाद पता चला, की Afghan National Security Defence Force की और से यहाँ बडी एयर स्ट्राइक की गयी, जिसमे सेकड़ो तालिबानी आतंकी मारे गए, और खास बात तो ये रही, एयरस्ट्राइक करने के लिए Afghan National Security Defence Force ने जिस एयरक्राफ्ट का यूज़ किया वो, भारत की तरफ से मुहय्या कराये गए MI35 हेलिकॉप्टर्स थे.
जी हा दोस्तों अपने बिलकुल सही सुना, जिस गनशिप की मांग अफगानी सेना भारत से कबसे कर रही थी, उसी गनशिप से आज कई तालिबानीयों को मार जा चूका है, तालिबान ने तो यह तक केह दिया, की इस एयर स्ट्राइक के पीछे भारत सरकार का ही हाथ होगा, भले ही ये स्ट्राइक अफगानी सेना ने की होगी, लेकिन हम ये दावे के साथ केह सकते है, की इसकी सारी प्लानिंग भारत की ही होगी, नहीं तो इतनी बडी एयर स्ट्राइक अफगानी सुरक्षा बल नहीं कर पाते, बताते चले की ये एयर स्ट्राइक ऐसे जगेह पर की गयी, जहा कई तालिबानी लडाके अपना इलाज करावा रहे थे, इस घटना से तालिबानी मुखिया काफी बौखला गया और अफगानी सेना को इसकी किमत चुकानी की चेतावनी तक दे डाली.
गौर करने वाली बात ये है की भारत ने जो हथियार अफगानी सेना को दिए, उनका तालिबान के खिलाफ सही इस्तेमाल किया जा रहा है, और एक बात आपको बता दे, की विदेशमंत्री जयशंकर जी ने राज्यसभा में ये बात स्पष्ट कर दी, की अफगानी सेना की मदद करने भारत पूरी तरेह प्रतिबद्ध है, और कुछ कारणों की वजेह से अगर अफगान तालिबान को रोकने में असफल रहा, तो दुसरे देशों की भारत भी अपनी सेना तालिबान के खिलाफ खड़ी कर देगा, क्योकि सवाल मिडिल east का है, जय हिंद