दोस्तों सुभेह सुभेह ही पाकिस्तान को रुला देने वाली खबर अफगानी सुरक्षा बालों की और से सुनने को मिली, दरअसल जिस तालिबान के साथ मिलकर पाकिस्तानी सेना अफगान में अपना पंचम लेहराना चाहती है, उसी पाक सेना को अफगानी सुरक्षा बालों ने सबसे बड़ा झटका दिया, बताया जा रहा है की अमेरिका सहित अंतराष्ट्रीय समुदाय से एयर सपोर्ट मिलाने के बाद, अफगानी सेना ने तालिबान को पीछे धकेलना शुरू कर दिया है, रिपोर्ट के अनुसार अफगान के गजनी, तखर, कंधार और बालगान सहित पुरे २० प्रदेशों में, अफगानी सेना तालिबान से लढ रही है, हालाकि इसी लढाई में अफगानी सेना को हराने, पाकिस्तान ने अपनी और से कुछ सैनिक, और उन्हें लीड करने के लिए एक टॉप कमांडर भी भेजा था, जिसे अफगानी सुरक्षा बलों ने अपनी ताबडतोब कार्रवाई में मार गिराया.
दरअसल हिंदुस्तान टाइम्स, हिंदुस्तान और पत्रिका जैसी मिडिया हाउसेस की और से कहा, की अफगान के खिलाफ तालिबान का खुलकर साथ देने के लिए पाकिस्तानी सेना की और से जो कुछ सैनिक, और कमांडर अफगान भेजे गए थे, वे सब मारे गए, अफगान सेना की रेजिमेंट 209 यानी शाहीन कोर्प्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जावेद नाम का पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी उनकी तरफ से की गयी जवाबी कार्रवाई में मारा गया, जो की कंधार के यहाँ तालिबान का नेतृत्व कर रहा था, इसके अलावा पाकिस्तानी आर्मी के काफी सारे सैनिक भी अपनी जान गवा चुके है.
बताए चले की पाकिस्तान तालिबान को सपोर्ट इसीलिए भी कर रहा है ताकि भारत ने जो हजारों करोड़ रुपये खर्च कर, अफघानिस्तान में डैम, कॉलेजेस, सडके, उनिवर्सिटी और हॉस्पिटल्स बनावाये, उन्हें तेहेस नेहेस किया जा सके, पाकिस्तान की नजर तो अफगान में बने उस सलमा बांध पर है, जिसे भारत ने 2000 करोड रुपये लगाकर २०१६ में तैयार किया था, इस डैम को बनाने के लिए करीब 1500 ने एंजिनियर्स ने अपना योगदान दिया, और इससे हर साल 42 मेगावोट की बिजली भी जेनेरेट की जा रही है, भारत की इसी मदद को नुकसान पहोचाने पाकिस्तान खुलेआम तालिबान को सपोर्ट कर रहा है, पर उसकी ये कायराना हरकत उसीपर भारी पड़ी,
कहा जा रहा है की ये तो बस जंग की शुरुवात है, अभी इससे भी बड़े झटके तालिबान और पाकिस्तान को देखने को मिलेंगे, जय हिंद