दोस्तों काबुल पतन के बाद जिस हिसाब से अफगान में जंग की शुरुवात हुयी उसे लेकर दुनिया के सभी डिप्लोमेट आज भी हैरान है, क्योकि इसबार तालिबान ने बिना कोई बडी लढाई लढे सिर्फ 72 घंटो में अफगान कब्ज़ा लिया, इसबार तालिबान की रणनीति इतनी सटीक थी, की अशरफ गनी के पास अमरीकी सेना द्वारा ट्रेन की गयी 3.5 लाख की फौज थी वो भी इन्फेंट्री व्हीकल्स, असॉल्ट राइफल्स और बैटल गनशिप जैसे बेहतरीन सैन्य हथियारों से लैस फिर भी अशरफ गनी ये 3.5 लाख की फौज मेहज 60 हजार तालिबानियों के आगे हार गयी, अमरीकी सेना ने जो कुछ भी सिखाया गया वो सब जाया गया भारत के अटैक हेलिकॉप्टर तालिबान के हाथ लगे, और तो और इस फौज के बड़े पापा यानी अशरफ गनी भी दुबई भाग गए, अब पुरे अफगान में सिर्फ पंजशिर ही एक इलाका रहा जो तालिबान से डटकर मुकाबला कर रहा है,
अफगान के नए राष्ट्रपती अमरुल्ला सालेह की स्पेशल फोर्स एहमद मसूद की रेजिस्टेंस फोर्स हजारा समूह और स्थानीय विद्रोही गुट फिलहाल तालिबान के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए है, इनका सिर्फ यही मानना है, की हम तालिबान के आगे आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, कहा जाता है, की अमरुल्ला सालेह और एहमद मसूद जैसे तैसे इस लढाई को और दिनों तक जारी रखना चाहते है, ताकि नोर्देन अलायंस के सहायक देश यानी भारत अमेरिका फ़्रांस और यूरोप की और से उन्हें हर सभव मदद मिले, अब तक ये देश उनकी मदद ईसलिए नहीं कर रहे क्योकि इसके पीछे भी एक बडी वजेह बताई गयी अब वो वजेह क्या है, उसपर एक डिटेल विडियो जल्द आपके लिए बनाऊंगा, पर फिलहाल की जो बडी खबर सामने निकलकर आ रही है, वो भारत के सुखोई विमानों को लेकर है.
जी हा दोस्तों तालिबान जिस हिसाब से लोगों की कत्तालेंआम कर रहा है वो बर्दाश्त के बाहर है, और इसी को देखते हुए भारत सरकार की और से एक बड़ा फैसला लिया जा चूका है, जी हा दोस्तों इंडियन डिफेंस न्यूज़ वेबसाइट की और से ये जानकारी साझा की गयी की अफगान में तालिबान के बढते आतंक को देखते हुए भारत ने ताजीकिस्तान में अपना पेहला एयरबेस सक्रीय कर दिया है, अब आप सोच रहे होंगे की तालिबान तो अफगान में है तो ताजीकिस्तान में एयरबेस शुरू होना इसमें इतनी कोंसी बडी बात है, तो आपको बता दे ताजीकिस्तान से पंजशिर घाटी मेहज 390 किलोमीटर की दुरी पर मौजूद है, सिवाय ये काबुल की उलट दिशा में पड़ती है, जहा तालिबान घूमकर नहीं जा सकता, क्योकि वहा रशियन फौज भी पेहली टैंक लेके खड़ी है, ऐसे में ताजीकिस्तान में हमारे फाइटर जेट्स तैनात किये जाते है, तो वे १५ मिनट के भीतर पंजशिर पहोचकर अमरुल्ला सालेह को एयर सपोर्ट दे सकते है, बता दे की इसी एअरपोर्ट पर भारत ने C-130J सुपर हर्कुलस और C 17 ग्लोबमास्टर जैसे जम्बो एयरक्राफ्ट पेहले ही तैनात कर रखे है, और अब मिडिया की ओर से ये खबर सुनने को मिली की भारत ने सुखोई विमानों के एक छोटी फ्लीट को ताजीकिस्तान रवाना कर दी है, अब ये सुखोई विमान किस मकसद से ताजीकिस्तान रवाना किये गए ये बताना जरा मुश्किल है, क्योकि इससे पेहले भी नोर्देन अलायंस की सहायता हेतू भारत अपने मिग सीरिज के विमान यहाँ भेज चूका है, जैसे की एहमद मसूद अपने हर बयान में कहते है, श्यायद हो सकता है की भारत तालिबान को ये संदेश देना चाहता हो की तुम पंजशीर में अपनी आतंकी गतिविधिया मत बढाओ क्योकि पंजशिर अगर तालिबान के हाथ लगा तो पाकिस्तान इस्लामाबाद से बड़ी आसानी से पंजशीर में दाखिल हो जायेगा, और फिर अफगान को आतंक का कारखाना बनने से कोई नहीं रोक सकेगा.
खैर जो भी है, पर सालेह और एहमद मसूद के लिए ये बडी राहत भरी खबर होगी की भारत कही ना कही उन्हें एयर सपोर्ट देने की तैयारी कर रहा है, वैसे पुरे मुद्दे पर आपके विचार है कोम्नेट करके जरुर बताये.
India shows intent Sukhoi 30mki left बडी तैयारी Afghanistan News
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