दोस्तों बहोत ही बड़ी खबर जम्मू-कश्मीर की ओर से सुनने को मिली जी हा दोस्तो जहा एक तरफ हमारी सेना दिन रात एक कर उन पाक लड़ाकों को मारने में लगी ताकि हम ये दीवाली खुशियों से मना सके, अपने परिवार के साथ वक्त बिता सके, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है जो इन पाक आतंकीयों की मदद कर हमारे जवानों को मरवाने का काम कर रहे है, पिछली बार भी आपको बताया था, की इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के आधार पर पूंछ जिले के मेंढर नगर में जो तलाशी अभियान चलाया गया था, उसमे लगभग 20 ऐसे लोगों पकडे गए, जो पाक लड़ाकों के संपर्क में थे, खैर वे तो घाटी के रिहायशी आम लोग थे, लेकिन इसबार सेना ने जिन लोगों को पकड़ा वे तो सरकारी मुलाजिम निकले, जो तनख्वा तो भारत सरकार की लेते है, लेकिन फर्ज पाकिस्तान के प्रति अदा कर रहे है.
जरा हिंदुस्तान टाइम्स की ओर से जारी इस न्यूज़ को पढिये, जिसमे साफतौर पर लिखा गया कि पाक लड़ाकों से संबंध रखने वाला प्रिसंस डिप्टी ऑफिसर यानी कश्मीर जेल कारावास विभाग का DSP ओर कश्मीर के ही Goverment Girls Higher Secondary School के प्रिंसिपल को सीधे फायर किया जा चुका है, खबर के मुताबिक फिरोज ऐहमद ओर जावेद ऐहमद शाह ये दोनों ही सरकारी कर्मचारी अपने पदों का गलत इस्तेमाल कर पाक लड़ाकों की मदद करते पकड़े गए, बताया जाता है कि ये जेल अधिकारी फ़िरोज़ अपने पद प्रतिष्ठा का दुरुपयोग कर जेल में बंद पाक लड़ाकों हर संभव मदद कर रहा था, बल्कि ये शख्स हिजबुल मुजाहिदीन के नेटवर्क का एक सक्रिय सदस्य भी रह चुका है,
जबसे हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि की जितनी मदद पाक सेना इन लडाकों की नही करती उससे कई ज्यादा की मदद फिलहाल कश्मीर से हो रही है, फिर चाहे रिहायशी लोग हो या सरकारी मुलाजिम सबकी अपनी मिली भगत है, आपको यकीन नही होगा पर अब तक सेना ने ऐसे 29 सरकारी कर्मचारियों को उनके ऑफीस में जाके पकड़ा और उनपर आर्टिकल 311 लागू कर उनकी सेवाएं हमेशा के लिए बंद कर दी, बताया जाता है कि अनुच्छेद 311 जिसपर भी लोग होता है उसकी बिना को जांच किये उसे सीधे बर्खास्त किया जाता है, अब इनकी नोकरिया तो चली गयी पर दुश्मन देश की मदद करने के मामले में इनपर की आगे की कार्रवई होनी बाकी, तो बोलिये क्या किया जा ऐसे लोंगो का जो दिवाली के शुभ असवर पर भी ऐसा अशुभ काम कर रहे है, आपका मन क्या केहता है.