दोस्तों बहोत ही बड़ी खबर भारत की डिफेंस फर्म DRDO की ओर से सुनने को मिल रही है, मतलब DRDO इस बार ऐसा काम करने जा रहा है की खुद रशिया हैरान है, क्या सचमे भारत के पास इतनी क्षमता है कि वो ऐसा हथियार बना सके जी हा दोस्तों इसबार DRDO अपनी पूरी ताकत जोखकर इस अल्ट्रा लेवेल हथियार को बनानी की तैयारी कर रहा है, ओर अगर सचमे DRDO ऐसा करने में कामयाब हो गया तो आप समझ जाईये की भारत के आगे चीन के सभी हथियार बेकार है, फिर चाहे उसके परमाणु बम हो या फिर आवाज से 5 गुना तेज गति से उड़ने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल्स, यहा तक कि रशियन S500 तक DRDO के आगे फेल होगा.
श्यायद कहियों को यकीन नही हो रहा होगा, क्योकि मैने बात ही कुछ ऐसी केह दी लेकिन आप यूरेशियन टाइम्स के आर्टिकल को पढिये जिसमें उन्होंने ये दावा किया कि India’s Top Defense Firm DRDO भारत की सरहदों की सुरक्षा करने हाइपरसोनिक शील्ड पे काम कर रहा है, जी हां दोस्तो हमारे वैज्ञानिक एक ऐसे सुरक्षा कवच को बनाने की सोच रहे है जिससे भविष्य में इस्तेमाल की जाने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल्स से देश के प्रमुख शहरों एवं मिलिट्री एसेट्स को बचाया जा सके, हम सभी को पता है कि आज की तारीख में सिर्फ गिने चुने देशों के पास ही हाइपरसोनिक मिसाइल्स है, लेकिन इन्हें रोकने वाली इंटरसेप्टर्स मिसाइल्स किसी के पास नही यहा तक कि किसी के पास हाइपरसोनिक रेडॉर्स भी नही जो उनका समय रेहते पता लगा सके, जो कि भविष्य में इस्तेमाल होने वाली मिसाइल्स को डिटेक्ट करने काफी मेंहत्वपूर्ण है.
इसीलिए DRDO ऐसी इंटरसेप्टर्स मिसाइल्स ओर रेडॉर्स पर काम कर रहा है जो हाइपरसोनिक वेपन को उसके ग्लाइड फेज यानी जब ये मिसाइल्स धरती के वातावरण में दाखिल होकर अपने टारगेट की ओर बढ़ रही होंगी तभी इन्हें ट्रैक कर सही Co-ordinates लेके रैपिड रिस्पांस इंटरसेप्टर्स मिसाइल्स से नष्ट किया जा सके, ये मिसाइल्स नेवी के डिस्ट्रॉयर्स में लगी होंगी, जो दुश्मन को भनक लगे बिना Surprising Attack करने में सक्षम रहेंगी, वैसे DRDO इन्हें काफी गुप्त रूप से बना रहा है इसीलिए कोई अधिकारी या डिटेल जानकारी मिडिया के पास नही बस अंदेशा लगाया जा रहा है कि DRDO फ्यूचर वारफेयर को देखते हुये खासकर चीन के खिलाफ ऐसी इंटरसेप्टर्स मिसाइल्स बना रहा ताकि भारत को हर हाल में चीनी हथियारों से सुरक्षित रखा जा सके, तो दोस्तो DRDO के इन देशहित प्रयासों के लिए एक जय हिन्द जरूर लिखियेगा.