दोस्तों ये बात तो आप सभी को पता है कि चीन जितना अमेरिका से परेशान नही होता उतना इजराइल से परेशान है इसीलिए नही की इजराइल के पास चीन से बेहतर मिलिट्री टेक्नोलॉजी है, बल्कि इसीलिए क्योकि यही इजराइल अपनी घातक मिलिट्री टेक्नोलॉजी भारत को देने तैयार रेहता है, आज की तारीख में इजराइल हवाई सुरक्षा यानी एयर डिफेंस सिस्टम के मामले में दुनिया मे No.1 देश है और इजराइल के आयरन डोम को तो हर कोई खरीदने की इच्छा रखता है, लेकिन अभी 3 महीने पेहले इजराइल की राफेल कंपनी ने एक मिसाइल का एनीमेशन वीडियो ने जारी किया था जिसमे दो मिसाइल्स पहाडों को छूते हुए समुद्र से मेहेज कुछ मीटर की उचाई पर से उडते हुए अपने टारगेट डिस्ट्रॉय कर देती है, जी हा दोस्तो में उसी सी ब्रेकर मिसाइल की बात कर रहा हु.
राफेल कंपनी द्वारा बनाई गई पाचवी पीढी की सी ब्रेकर मिसाइल इजराइल की अब तक की सबसे क्रूशियल मिसाइल मानी जा रही है, आपको बता दे ये ऑटोनोमस प्रिसिजन गाइडेड मिसाइल सिस्टम है जो तक़रीबन 300km तक सटीक वार कर सकती है, बताया जाता है कि जिस किसी भी नेवी के पास ये मिसाइल रहेगी उस नेवी आर्टिलरी फायर पावर 2 गुना बढ़ जाएगी, ओर खबर ये सुनने को मिली की इजराइल जल्द ही इसे मेक इंडिया इनिशिएटिव के तहेत भारत के साथ संयुक्त रूप से बना सकता है, आपको पता ही होगा कि इसी महीने भारत इजराइल ने डिफेंस टेक्नोलॉजी अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर दिए थे, जिसके अंतर्गत दोनों ही देश एक दूसरे को सैन्य तकनीक मुहैय्या कराने के लिए प्रतिबद्ध है, ओर सी ब्रेकर को बनानी वाली कंपनी यानी राफेल एडवांस सिस्टम पेहली भारत की कल्याणी ग्रुप के साथ मिलकर इंडियन आर्मी के लिए स्पाइक ATGM का निर्माण कर रही है.
अब यही कंपनी जल्द DRDO के साथ मिलकर सी ब्रेकर जैसी महा घातक मिसाइलों का भी निर्माण करेगी, हालांकि इजराइल के इस कदम से चीन काफी बौखला गया उसका मानना है कि इजराइल के घातक हथियार भारत के हाथ लगाना मतलब दक्षिण एशिया की स्टेबिलिटी पे असर पड़ने जैसा है, चीन को डर ये भी है की कही इजराइल की ये मिसाइल भारतीय नेवी को ओर ताकतवर ना बना दे, क्योकि बताया गया कि सी ब्रेकर को मिलिट्री बेस के अलावा नेवी जंगी जहाजों से भी लॉन्च की जा सकती है, तो आपका क्या मानना है अगर इजराइल भारत के साथ मिलकर सी ब्रेकर बनाना चाहता हो तो में हा कर देनी चाहिए नीचे कमेंट करे.