दोस्तों इजराइल की डिफेंस टेक्नोलॉजी का लोहा तो पूरी दुनिया मानती है, ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक इजराइली डिफेंस सिस्टम के दीवाने है भारत खुद कई सारे इजराइली हथियारों का इस्तेमाल कर रहा, ऐसे में कोई शक नही की इजराइली हथियार दुनिया मे सबसे ज्यादा बिकने वाले हथियारों में से एक है, लेकिन यही इजराइल आज भारत के एक हथियार को लेकर चिंतित है, वो नही चाहता कि भारत अपने घातक हथियार किसी ऐसे देश को बेचे जो इसराइल की सुरक्षा प्रणाली को नेस्तनाबूद कर दे, जी हा दोस्तो ये यहा बात हो रही है भारत की ब्रह्मोस मिसाइल की, कल ही आपने ये खबर जरूर सुनी होगी कि सुखोइ विमान से ब्रह्मोस के नए वैरिएंट यानी ब्रह्मोस A का सफल परीक्षण किया गया.
जो तक़रीबन 500km तक प्रहार करने में सक्षम बताई गई, इस परीक्षण को मिल का पत्थर बताया जा रहा है, क्योंकि इतनी रेंज के साथ हमारे जेट्स बड़ी आसानी से POK में बने लॉन्च पैड्स को तबाह कर डालेंगे, ओर श्यायद यही वजेह है कि वियतनाम ओर फिलीपींस के बाद अब एजिप्शन आर्म फोर्से भी ब्रह्मोस को खरीदने पे विचार कर रही है, दरअसल डिफेंस न्यूज़ की ओर से कहा गया कि मिस्र के सशस्त्र बल अपनी सरहदों की रक्षा करने और दुश्मन ठिकानों को नेस्तनाबूद करने भारतीय की ब्रह्मोस की ओर देख रहे है, बल्कि इसी साल हुए एजिप्शन डिफेंस एक्सपो के दौरान भारत की ओर से जो ब्रह्मोस वहा भेजी गयी थी तो इस मिसाइल के अक्विजिशन को लेकर मिस्र के अधिकारी भारतीय अधिकारियों से बात करते देखे गए.
लेकिन बताया जाता है कि मिस्र को ब्रह्मोस बेचना इजराइल को मान्य नही, इजराइल जानता है कि दूसरा कोई हथियार आयरन डॉम को चकमा दे या ना दे लेकिन ब्रह्मोस आयरन डोम के एक्टिव होने से पहले ही उसके चिथडे उड़ा देगी, फिलहाल तो इजराइल के पास ऐसा कोई डिफेंस सिस्टम नही जो ब्रह्मोस को रोक सके इसीलिये इजराइल भारत पर दवाब दाल रहा है कि वो मिस्र को ब्रह्मोस ना बेचे, वैसे भी इजराइल ओर मिस्र की आपस मे जमती नही, भारत पाकिस्तान की तरेह इन देशों में भी अब तक 4 जंग लड़ी जा चुकी है तो ऐसे में आप बताईये की हमे इजराइल के खातिर मिस्र को ना केहना चाहिए, या फिर ब्रह्मोस के एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना चाहिए नीचे कमेंट जरुर करे.