दोस्तों कल ही वीडियो बनाकर मैने आप सभी से कहा था कि केंद्र की ओर से ब्रह्मोस के नए वैरिएंट यानी ब्रह्मोस A की 1500 यूनिट बनानी की मंजूरी DRDO को दी जा चुकी है, जिन्हें आगे जाकर भारत के अग्रिम फाइटर जेट जैसे कि सुखोइ, तेजस ओर मिग सीरीज के विमानों पे तैनात की जाएंगी, इसी न्यूज़ में मैंने ओर एक बात ये भी कही थी कि फिलहाल आर्मी ओर नेवी के पास 3000 से ज्यादा ब्रह्योस लैंड अटैक क्रूज मिसाइल्स ऑपेरशनल है, जबकि एयरफोर्स के पास सिर्फ लिमिटेड नंबर्स में ब्रह्मोस मिसाइल मौजुद है, लेकिन दोस्तो जो दावा चीन की ओर से किया गया उसे सुन आप भी हैरान रेह जायोगे की सचमे भारत ने चीन के खिलाफ इतनी बड़ी तैयारी कर रखी है.
सबसे पहले तो आप इस न्यूज़ को पढिये चीन के थिंक टैंक की ओर से जारी इस खबर के मुताबिक भारत के पास 1 नही 2 नही तो पूरी 15000 से ज्यादा ब्रह्मोस मिसाइल्स मौजूद है, जिनमेसे 14000 मिसाइल्स तो भारतीय सशस्त्र बलों के पास ऑपेरशनल भी है, ओर तो ओर भारत ने 1500 ओर ब्रह्मोस के हवाई वर्शन को मंजूरी दे रखी है, चीनी एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत चीन के खिलाफ ब्रह्मोस मिसाइलों का काफी आक्रमक तरीके से निर्माण कर रहा उसे पता है कि फिलहाल चीन के पास ऐसा कोई डिफेंस सिस्टम नही जो ब्रह्मोस जैसी हाइली मनुवर मिसाइल को इंटरसेप्टर कर सके, चीन का तो ये तक केहना है कि मिसाइल्स के मामले में भारत अब इतना सक्षम हो चुका की उसकी सबसे भरोसेमंद डिफेंस फर्म यानी DRDO हर साल 2500 से ज्यादा मिसाइलों का निर्माण करने की ताकत रखती है.
देखा जाए तो 2016 में एक खबर सुनने को मिली थी कि भारत ने ब्रह्मोस के निर्माण को लेकर तेजी लाने के आदेश जारी किए थे, उसके बाद सिर्फ एक ही बात पता चली ब्रह्मोस के नए वैरिएंट्स को बनाने मध्य प्रदेश में नए प्लांट्स लगाए जा रहे है, इसके अलावा कोई और खबर देखने नही मिली, वैसे आज तक ना तो सरकार ने इसकी पुष्टि की ओर नाही DRDO ने की भारत के पास एक्चुअल में कितनी ब्रह्मोस मिसाइल्स है, सिर्फ अंदेशा लगाए जा रहे है, ऐसे में चीन ये बात कह रहा है कि भारत के पास 15000 से ज्यादा ब्रह्मोस है तो क्या आप चीन पे भरोसा करेंगे हा या ना नीचे कमेंट जरुर करे.