दोस्तों अभी एक दिन पहले ही मैने वीडियो बनाकर आपको सूचित किया था कि फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले इसी हफ्ते भारत आने वाली है, AUKUS डील के बाद ये किसी भी फ्रांसीसी नेता का पेहला भारत दौरा होगा इसीलिये इसे काफी गंभीरता से भी देखा जा रहा है, मैने आपको पेहले भी कहा था कि फ्रांस जल्द ही Nuclear Submarine Program भारत के सामने पेश करेगा, जिसके तहैत भारत अपनी नेवी के लिए फ्रांस की एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस परमाणु सबमरीन्स का निर्माण कर सकेगा, जैसे कि फिलहाल मझगांव डॉक में कलवरी क्लास की पनडुब्बियां बनाई जा रही है, हालांकि इसमें फ्रांस का भी स्वार्थ छिपा है, जैसे की वो ऑस्ट्रेलिया से AUKUS डील का बदला लेना चाहता है, पर अभी जो खबर सुनने को मिली वो एयरफोर्स के लिए काफी मायने रखती है.
जी हा दोस्तो आप ये आर्टिकल देख रहे है इंडियन डिफेंस न्यूज़ द्वारा जारी इस आर्टिकल के मुताबिक, इसी सप्ताह होने जा रही भारत फ्रांस की द्विपक्षीय वार्ता में परमाणु सबमरीन्स के बाद राफेल सबसे बडा मुद्दा रहने वाला है, दरअसल आपको पता ही होगा कि वायुसेना में विमानों की कमी को देखते हुए भारत रशिया से लाइसेंस के तौरपर करीब 30 मिग 29 जेट्स खरीदने की सोच रहा था लेकिन फिलहाल जिस तरेह से रूसी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो रहे उसे देखने के बाद एयरफोर्स विचार कर रही है कि इन्हें खरीदना सही भी रहेगा या नही क्योकि रूस बिना को अपडेट किये वही पुराने मिग सीरीज के विमान किमत बढ़ाकर भारत को बेच रहा है जबकि राफेल नए सेंसर्स ओर वेपन पैकेज के साथ आफर किये जा रहे.
हा ये बात सच है कि राफेल थोड़े महंगे है, लेकिन चीन के सभी विमानों पे भारी है प्लस चायनीज एयरफोर्स मिग सीरीज के विमान कई सालों से इस्तेमाल कर रही, इसलिए भारत रूस जेट्स खरीदकर चीन से कभी मुकाबला जीत नही पायेगा लेकिन राफेल का अनुभव चीनियों को नही ओर राफेल तो J20 पर भी भारी है, इसीलिये कहा जा रहा है रशियन जेट्स के बजाय अजित डोवाल ओर रक्षामंत्री राजनाथजी ने एक विशेष बैठक राफेल जेट्स की खरीद को लेकर आयोजित की जो इसी हफ्ते फ्रांसीसी रक्षामंत्री के साथ कि जाएगी, वायुसेना के केहना है कि चीन पाक के खतरे को देखते हुए उँन्हे कम से कम 72 राफेल तो चाहिए, अगर पैसों की कमी है तो 42 राफेल जेट्स भी काम चला लिया जाएगा.
खैर देखते है भारत फ्रांस के इस 35 वे सत्र में राफेल को लेकर क्या खबर सुनने को मिलती है, वैसे आप बताईये क्या एयरफोर्स 72 राफेल खरीदे जाने चाहिए या फिर रूसी विमानों से ही काम चलाना चाहिए आपका मन क्या केहता है निचे जय हिंद जरुर लिखे.
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