बात है 2004 की जब योरोप की सबसे दिग्गज कंपनी यांनी MBDA ने भारत को अपनी मिसाइल देने से मना कर दिया था, कहा जाता है उस समय हम रशिया से सबसे ज्यादा हथियारों खरीददारी किया करते थे, इसीलिये अमेरिका के केहने पर MBDA ने सुखोई विमानों के लिए BVR मिसाइल्स मना कर दिया, इतना ही नही जब तेजस में रेडार्स लगाने की बारी आई तो उस समय भी MBDA ग्रुप की ओर से भारत के सामने शर्त रखी गयी, शर्त ये थी की अगर भारत रशिया या इजराइल के बजाय योरोप के हथियारों को बढ़ावा दे तो ही हम तेजस विमानों के लिए फायर कंट्रोल रेडार्स देने को तैयार है आपको भी पता है कि रेडार्स किसी फाइटर जेट का कितना अहम् है अगर रडार नहीं तो एक पैसेजेनर प्लेन और फाइटर प्लेन अंतर ही क्या रहा ये रेडार्स ही है जो किसी भी मिसाइल को गाइड करने के अलावा दुश्मन टारगेट की एक्चुअल पोजीशन बताने का काम भी करता है, उस समय DRDO ने उत्तम रेड़ार नही बनाये थे, ओर ऐसे समय जब भारत योरोपियन कंपनीसे मदद मांगी तो उनका घमंड सातवे आसमान पे था.
खैर उस समय भारत सर्कार ने MBDA की शर्तों को नजरअंदाज करते हुए इजराइल के हाइब्रिड मल्टी मोड फायर कंट्रोल रेडॉर्स तेजस में लगा दिए, ओर आज भी तेजस पे लगी पाइथन मिसाइल हो या स्पाइस बम ये सब हथियार यूरोपिय देशों के बजाय इजराइल से ही खरीदते जाते है , खैर आज में MBDA की बात इसीलिये कर रहा हु, क्योकि एक समय जिस कंपनी ने भारत के तेजस के लिए अपने रेडॉर्स तथा एवियोनिक्स देने से मना कर दिया था आज वही कंपनी बिना मांगे दुनिया की बेस्ट सबसोनिक एन्टी शिप क्रूज मिसाइल यानी Teseo मार्क 2 भारत को देने जा रही और ये मैं नही तो हमारी डिफेंस न्यूज़ एजेंसिया केह रही है, खबर के मुताबिक MBDA ग्रुप की ओर से तेजस विमान के लिए Teseo मार्क 2 की ऑफर की जा रही है, ब्रह्मोस NG से लगभग डेढ़ गुना हल्की ये एन्टी शिप मिसाइल दुश्मन टारगेट को ढूंढकर मारने में सक्षम बताई गयी, कहा जाता है कि टेसेओ को ख़ासतौर पर राफेल के लिए डिज़ाइन की थी, लेकिन इसके बेहरतीन पेफॉर्मेन्स बाद में जब इसकी मांग दुनियाभर में बढ़ी तो कई देशों की नोसेना ने इसे अपने जंगी बेड़े में शामिल कर लिया.
कंपनी का दावा है कि सोनिक स्पीड से उड़ान भरने वाली टेसेओ मार्क 2 350km तक वार कर लेती है इसे एडवांस RF सीकर से लैस की गई, ओर दुश्मन के सभी जंगी जहाजो के खिलाफ ये कारगर है, वैसे देखने वाली बात ये है कि इस मिसाइल के खरीद को लेकर भारत ने किसी भी तरेह लेटर जारी नही किया, खुद MBDA इसे भारत को देने राजी हुए वैसे ये इंडियन नेवी द्वारा जारी कुछ एन्टी शिप मिसाइल्स की सूची है, जिसमें इंडियन मिसाइल्स के साथ साथ अमेरिकी ओर रशियन मिसाइल्स के नाम भी शामिल है, तो क्या इसमे MBDA की टेसेओ को भी कर देनी चाहिए या फिर नही आपका मन क्या केहता है, कमेंट करके जरुर बतायेगा .
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